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Demat Account क्या है, कैसे खोलें और क्या है फायदे?

आज के इस महंगाई के दौर में हम सभी की यही कोशिश रहती है, की कैसे पैसे को बचाये और बढ़ाया जाये। पैसे को बचाने के लिए, आमतौर पर हम लोग bank account का इस्तेमाल करते है, जैसे saving account, Fixed deposit account ( FD ), Recurring Deposit account (RD ) इत्यादि। Bank account में पैसे save करने में कोई risk नहीं होता और साथ ही आपको कुछ percent का interest भी मिलता है। Bank account आप आप अपनी जरूरत के हिसाब से पैसे निकलवा सकते है।

वही अगर आप पैसा बढ़ाना चाहते है ? तो आज के समय में इसका सबसे अच्छा तरीका है, share market में invest करना। हाँ, हम ये जरूर मान सकते है, की ये process थोड़ा risky है, पर ये पूरी तरह depend करता है,आप shares कौनसे और कहाँ से खरीदते है। इसमें आपको थोड़ा smartly investment करना होता है।

अगर आपने share market के बारे में सुना है या फिर इसके बारे में थोड़ा बहुत भी जानते है, तो आपने Demat account के बारे में जरूर सुना होगा। आप अगर share market में invest करना चाहते है, तो आपका Demat account होना अनिवार्य है। Demat account के माध्यम से ही आप share बाजार में share खरीद और बेच सकते है। इस account को खुलवाने के लिए वैसे तो बहुत सारे documents चाहिए होते है, पर सबसे ज्यादा जरुरी होता है, ‘PAN CARD ‘।

चलिए,अब जान लेते है, की Demat Account क्या होता है, क्यों जरुरी है, और इसकी शुरुआत कैसे हुई। अगर आप शेयर मार्किट में interest रखते है, तो आर्टिकल आपके बेहद काम आने वाला है। तो बिना किसी देरी के लेख शुरू करते है।

Demat Account की कहानी :

पहले के समय में शेयर मार्किट में trading करना इतना आसान नहीं था। क्योकि तब trading के लिए demat Account का इस्तेमाल नहीं होता है। उस समय broker ( जो आपको market में शेयर खरीदने और बेचने में help करता है ) trader ( जो शेयर खरीदता है, यानि की आप ) को शेयर physical form में देते थ। आप physical फॉर्म का मतलब तो समझ ही गए होंगे, मतलब की आपको शेयर्स paper या documents के फॉर्म में मिलते थे।

लेकिन समय के साथ इस process में scam (घोटाला) और धोखाधड़ी ज्यादा होने लगी। इन सब से बचने के लिए, शेयर्स की trading digital form में करने का निर्णय लिया गया। Shares को digital format में use करने के process को Dematerialization कहते है। आपको बता दे की, Demat Account, dematerialize की ही short form है। इन accounts के आने के बाद Shares की trading करना और आसान व सुरक्षित हो गया।

डीमैट अकाउंट क्या है – Demat Account in हिंदी

आपको बता दे की, demat खाता आपके Bank खाते के जैसा ही होता है। बस, दोनों में फर्क इतना-सा है, की बैंक अकाउंट में आप अपनी capital को digital format में रखते है और demat Account में आप Shares को रखते है, digital format में । इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से शेयर्स को बचने और खरीदने के लिए किया जाता है। इस अकाउंट की मदद से आप सारा काम digitally कर लेते है,आपको physically Shares रखने की कोई जरुरत नहीं होती।

सरल शब्दो में कहे तो, शेयर्स को digital या electronic form में रखने की सुविधा को ही ‘demat ‘ कहते है। पहले Shares खरीदने का process बहुत complicated होता था, जिसकी वजह से रूचि होने पर भी लोग शेयर मार्किट में निवेश करने से बचते थे। पर अब वो बात नहीं है, आज कल तो शेयर खरीदते ही वो आपके Account में आ जाता है। जब आप कोई शेयर बचते है, तो उसका पैसा कुछ ही समय बाद आपके अकाउंट में आ जाता है। शेयर्स की trading आप आपने mobile पर भी आसानी से कर सकते है, अगर आपके पास कंप्यूटर नहीं है,तो भी।

आपको demat Account तक पहुंचने के लिए password की requirement होती है, और transaction करने के लिए आपको transaction password पता होना चाहिए। चलिए, अब बात कर लेते है, कुछ important terms की। अगर, आप share market में निवेश करने की सोच रहे है,तो आपको इन terms के बारे में पता होना चाहिए।

Demat Account : Important Terms

  • Shares : ये एक single unit होती है, capital की। सरल भाषा में हम इस ‘हिस्सा ‘ कह सकते है।
  • Share या Stock Market : ये वो जगह होती है, जहाँ आप शेयर्स को खरीद और बेच सकते है। इस market में invest करने के लिए आपके पास बेहतर demat अकाउंट होना जरुरी है।
  • NSDL : इसका फुल फॉर्म होता है, National Securities Depositories Ltd। यह एक संगठन, जो securities market में व्यापर करने वाली holdings और securities को सुरक्षा प्रदान करता है।
  • CDSL : इसका फुल फॉर्म होता है, Central Securities Depositories Ltd। ये depository एक बैंक की तरह ही कार्य करती है। बस, पैसे की जगह Shares और securities को अपने पास जमा करके रखता है। इसका गठन सन1999 में हुआ था।
  • SEBI : इसका फुल फॉर्म ‘Securities and Exchange Board of India ‘ है। इसका मुख्य उदेश्य शेयर मार्किट में निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करना है। इसके साथ ही ये शेयर बाजार को भी संरक्षण देता है। इसका मुख्यालय मुंबई में है और इसका गठन 12 अप्रैल 1992 में हुआ था।

तो, ये थी कुछ Important Terms जिनके बारे में Share market के सभी निवेशकों को पता होना चाहिए। चलिए, अब बात कर लेते है, की demat Account कैसे खोले ?

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?

Demat Account खोलना बेहद आसान है और इसमें बहुत कम समय लगता है। आप सब जानते ही होंगे की कोई भी Account खुलवाने के लिए, आपको कुछ documents की जरुरत होती है। चलिए, सबसे पहले जान लेते है, आपको क्या-क्या documents चाहिए होंगे, demat अकाउंट खुलवाने के लिए।

Documents जिनकी जरुरत होती हैं

Demat Account के लिए apply करने से पहले, आपके पास निचे बताये गए सारे documents available होने चाहिए। आपको सिर्फ documents की photocopy या e -copy की जरूरत पड़ेगी।

  • PAN Card
  • AADHAR Card
  • दो passport size photos।
  • Cancelled cheque या फिर आपके saving Bank Account की passbook

ये सब documents अगर तैयार है, तो आपका खाता जल्द ही खुल जायेगा। अब बात कर लेते है,demat अकाउंट खोलने के procedure की। ये अकाउंट आप online भी खोल सकते है और offline भी। offline procedure में आपको थोड़ा समय लग सकता है और भाग-दौड़ भी होती है। इस महामारी के समय में आप online option को choose करे तो ज्यादा बेहतर रहेगा।

Demat Account कैसे खोलें ?

Demat Account खोलने के लिए आप निचे बताये गए steps को one -by -one follow करे। आपको ये अकाउंट किसी भी broker company के माध्यम से खोलना पड़ता है। आप अपनी पसंद के हिसाब से किसी भी company को choose कर सकते है। पर, company चुनने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जाँच कर ले।

  • सबसे पहले आपको ‘Stock Broker ‘की website पर जाना है, और ‘Open a Demat Account ‘पर क्लिक करना है।
  • फिर आपको अपनी basic information fill करनी है, जैसे नाम,मोबाइल नंबर, email इत्यादि।
  • ये process होने के बाद आप next page पर जायेगे। जहाँ आपको AADHAR Card और PAN Card भरना है।
  • इसके बाद आपको ऊपर बताये गए सरे documents की scan copy upload करनी है।
  • इसके बाद आपको segment को चुनना होगा,जिसके through आप trading करना चाहते है। फिर आपको अकाउंट opening fees भरनी पड़ेगी।
  • इसके बाद verification process होगा। Account verify होते ही, आपके email पर login ID और password आ जायेगा।

लो, हो गया आपका Demant अकाउंट open। अब आप Shares की ट्रेड़िंग शुरू कर सकते है।

Demat Account खोलने में कितने रुपये लगते है?

अब एक महत्वपूर्ण topic पर बात कर लेते है, की Demant अकाउंट खोलने में रूपये कितने लगते है? इसमें कोई खास ज्यादा फीस नई लगती। आपको बता दे की 300 -700 रूपये में आराम से ये अकाउंट open हो जाता है। अकाउंट खुलते ही आप शेयर्स में निवेश करना शुरू कर सकते है। अकाउंट के अलावा भी आपको कई तरह की फीस देनी पड़ती है, जैसे :

  • Transaction Fees : ये फीस कंपनी तब लेती है, जब आप एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में शेयर्स का आदान-प्रदान करते है। ये फीस fix नहीं होती। ये depend करती है, number of Shares और उनकी कीमत पर।
  • Custodian Fees : ये फीस भी number of Shares पर निर्भर करती है। कई companies ये फीस monthly basis पे लेती है, तो कई yearly basis पे।
  • Annual Management Fees : जैसा की आप नाम से ही समझ गए होंगे। ये फीस company अकाउंट को manage करने के लिए लेती है। Management फीस आपको शुरुआत में देनी पड़ती है, और साल भर आपके खाते की देख-रेख कंपनी करती है।
    अगर, आप शेयर मार्किट में नए है,तो हम आपको यही सलाह देंगे की आप इसमें investment Broker की मदद से करे।

डीमैट खाता कौन खोलेगा

भारत में Demat Account खोलने का काम बहुत से कंपनीस करती है, पर इसमें प्रमुख दो संगठन है।

  • NSDL
  • CDSL

इनके बारे में हमने, ऊपर डिटेल में बात कर ली है। आपको बता दे की इन depositories में करीबन 500 से ज्यादा agent कार्यरत है। जिन्हे
DP (Depository Participant ) के नाम से जाना जाता है। इनका मुख्य काम demat अकाउंट ओपन करना होता है। अब बात कर लेते है, की demat अकाउंट कितने प्रकार के होते है।

Types Of Demat Account in Hindi :

ये अकाउंट basically तीन प्रकार के होते है। आप अपनी trading के basis पे कोई भी खाता खोल सकते है। ये खाते इस निम्लिखित है:

  • Regular Demat Account : इसका ज्यादातर इस्तेमाल भारत में रहने वाले invester करते है।
  • Repatriable Demat Account : इसका इस्तेमाल देश से बहार रहने वाले investor करते है। इसमें funds विदेश में भी tranfer कर सकते है।
  • Non -Repatriable Account : ये Account भी NRI ‘s के लिए ही होता है। पर इसमें funds देश से बाहर transfer नहीं किये जा सकते।

Best Demant Account :

भारत में ऐसी बहुत-सी compnies है, जो बहुत कम फीस में demat अकाउंट open करती है। आप सब अच्छे से जानते है, की शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए आपके पास एक बेहतर demat खाता होना अनिवार्य है। खाता ऐसा होना चाहिए,जिसमे आपको कम Fees देनी पड़े, easy processing हो, full security हो, user -friendly माहौल हो, जिससे आपको Shares की trading करने में मजा आए। आपकी ये सभी requirement कुछ companies पूरी करती है। चलिए,बात कर लेते है, कुछ best demat अकाउंट के बारे में। जिनकी help से आप smart तरिके से शेयर मार्किट में invest कर सकते है।

  • Zerodha : आज के समय में ये सबसे बेहतर और बड़ी discount broking सेवा देने वाली financial service company है।
  • Upstox : इस company में आप low cost के साथ ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
  • 5Paisa : इस कंपनी के through आप easy and low cost वाला demat Account खोल सकते है। इसमें आपको starting के पाँच transactions free मिलते है।
  • Sharekhan : इसकी स्थापना Feb 2000 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुंबई में है। इसके through आप ट्रेडिंग अकाउंट और demat अकाउंट निशुल्क खोल सकते है। आपको बता दे की, इसमें आपको annual maintenance Fees मात्र 750 रूपये है।
  • Angel Broking : ये सबसे पूरानी Broking कंपनी है। इसकी services काफी अच्छी है और charges भी काफी कम है।

तो ये थी, कुछ companies, जिनके through आप Share market में invest करके काफी मुनाफा प् सकते है।

Demat Account के फायदे

चलिए, अब एक नजर Demat Account के फायदों पर दाल लेते है।

  • Demat Account के through शेयर खरीदने से शेयर्स के चोरी होने और किसी भी तरह की धोका-धड़ी के chances न के बराबर होते है। इसमें शेयर्स सुरक्षित होते है क्योकि यहाँ शेयर्स digitally save रहते है।
  • इसमें शेयर्स को एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करना काफी आसान है। Share ट्रांफर करने के कुछ देर बाद ही, ये सामने वाले के खाते में दिखने लग जाते है।
  • पहले के समय में शेयर्स को बेचना काफी मुश्किल होता था क्योकि आपको शेयर्स group में बेचने पड़ते थे। पर demat अकाउंट के through आप एक single शेयर भी खरीद और बेच सकते है।
  • Demat अकाउंट को अगर आप बंद करना चाहे तो आसानी से कर सकते है।
  • अकाउंट open होने के बाद, आप इसे personally मनोनीत कर सकते है। पहले इसके लिए आपको proof देने होते थे।

Demat Account के नुकसान :

किसी भी चीज़ का इस्तेमाल करने से पहले, उसके हर पहलु को अच्छे से जान लेना बेहद जरुरी होता है। Demat Account के फायदे तो आपने जान लिए। अब बात इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी कर लेते है। जो इस प्रकार है :।

  • बिना PAN Card के आप बैंक अकाउंट फिर भी खोल सके है। पर demat अकाउंट खोलने के लिए आपके पास PAN Card होना अनिवार्य है।
  • आपको trading platform का इस्तेमाल मोबाइल और laptop पर बहुत अच्छे से करना आना चाहिए।
  • अगर, आप एक Broker की मदद से ट्रेडिंग कर रहे है,तो उस पर आँख मुद कर भरोसा ना करे। सभी Terms and conditions को अच्छे से पढ़ और समझ के ही, उस पर हस्ताक्षर करे। शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए आपका सावधान और सतर्क रहना बहुत जरुरी है।
  • Broker को choose करने से पहले, उसके बारे में अच्छे से पता लगा ले। जैसे उसको मार्किट की कितनी knowledge है,कितने साल से वो इस business में है, इत्यादि।
    ऊपर बताई गयी, बातो को अगर आप ध्यान में रखते है, तो ट्रेडिंग करते समय आपको कभी भी कोई परेशानी नहीं होगी।

Conclusion :

आज के इस पोस्ट में मैंने आपको, demat अकाउंट क्या है ? के बारे में पूरी information दी। हमने हर उस topic पर बात की, जिसको लेकर आपके मन में कुछ संदेह हो सकता था। मैंने आपको हर बात अच्छे से बताने और समझाने की पूरी कोशिश की है। उम्मीद करती हूँ,आपको ये पोस्ट पसंद आयी होगी और इस पोस्ट को पढ़नेके बाद आप शेयर बाजार में अच्छे तरीके से निवेश कर पाओगे।

आप अपने doubts हमसे comment सेक्शन में पूछ सकते है। मुझे आपके सवालो का जवाब देने में ख़ुशी होगी। पोस्ट में कुछ अच्छा लगा हो तो इसे like और Share करने के साथ ही अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

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